tag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post2849265765434268508..comments2023-08-07T20:16:34.743+05:30Comments on वैतागवाड़ी: काज़ुको शिराइशी की दुनिया मेंGeet Chaturvedihttp://www.blogger.com/profile/14811288029092583963noreply@blogger.comBlogger17125tag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-66360319575643014992011-10-30T04:40:00.042+05:302011-10-30T04:40:00.042+05:30दिल तक जाने वाली मौलिक सोच की कवितायेँ.सबमें प्रेम...दिल तक जाने वाली मौलिक सोच की कवितायेँ.सबमें प्रेम ही प्रधान है जिसे न समझा जाता है न निभाया.कभी भागते हुए आदमी की स्मृति में संजोया जाता है,कभी बारिश में भीगने पर होटल में छोड दिया जाता है.कभी उसे गेंद की तरह उछाल दिया जाता है और तोता कविता में प्रेमी सिर्फ शब्दों से प्रेम को अभिव्यक्त करने के प्रयास में उसे समाप्त कर देता है,sarita sharmahttps://www.blogger.com/profile/03668592277450161035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-91875173041882204652010-12-01T10:51:09.820+05:302010-12-01T10:51:09.820+05:30गीत जी,
मुझे सिर्फ 'तोता' ही समझ आई| वो म...गीत जी, <br />मुझे सिर्फ 'तोता' ही समझ आई| वो मांगती है तलाक़ , लेकिन चाहती है कि उसे रोका भी जाए| वो ठहरा तोता, उसे खुश देखने के चक्कर में, या अपनी अज्ञानता की वजह से वो वही करता है, जो वह करने को कहती है| ये भी अगर मैं सही से समझ नहीं पाया तो बताना|Neerajhttps://www.blogger.com/profile/11989753569572980410noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-7588882453414421342008-09-07T16:56:00.000+05:302008-09-07T16:56:00.000+05:30सही बात है अरुण जी. इनकी यक़ीनन कोई चिंता नहीं. रव...सही बात है अरुण जी. <BR/>इनकी यक़ीनन कोई चिंता नहीं. <BR/>रवि, दीपा, धीरेश, अशोक जी का शुक्रिया. डॉ. जैन, अनुराग, पीयूष और तुषार का भी. <BR/><BR/>धीरेश, अपनी प्रति मत भेजो. अगर अतिरिक्त मिल गई, तो भेजना. ये जेस्चर भी बहुत भला है. <BR/>फेरेन्त्स यूहाश का संग्रह अंग्रेज़ी में है मेरे पास. हालांकि रघुवीर जी का अनुवाद विलक्षण है.Geet Chaturvedihttps://www.blogger.com/profile/14811288029092583963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-2107652376321644332008-09-07T16:23:00.000+05:302008-09-07T16:23:00.000+05:30उत्कृष्ट चयन और बेहतरीन अनुवाद। बेनामी टिप्पणियां ...उत्कृष्ट चयन और बेहतरीन अनुवाद। बेनामी टिप्पणियां काले टीके की तरह हैं, लगी रहने दो ताकि कलम को नजर न लगे। किसी शायर ने लिखा है, कुफ्र कुछ चाहिए इस्लाम की रौनक के लिए। बधाई।Arun Adityahttps://www.blogger.com/profile/11120845910831679889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-88016441183454853832008-09-06T23:54:00.000+05:302008-09-06T23:54:00.000+05:30achha lagaachha lagaAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-45797012985930092942008-09-06T23:52:00.000+05:302008-09-06T23:52:00.000+05:30ग्ीत जी, आप का ब्लाग देखा। बहुत सजा हुआ। सुन्दर ओै...ग्ीत जी, आप का ब्लाग देखा। बहुत सजा हुआ। सुन्दर ओैर रोचक। जापानी कविताओं से परिचित कराने का आप का प्रयास बहुत सराहनीय है। जो जापानी कविताओं की जगह हिन्दी की कविता देने की बात कर रहे हैं उनके साहित्यप्रेम का दायरा कितना छोटा और थोथा है,यह बताने की जरूरत नहीं। जो सिर्फ ब्लागों से अपनी साहित्येषणा मिटाना चाहते हैं उनसे कहना है कि वे गीत का ब्लाग क्यों पढ़ना चाहते हैं@ सस्ता साहित्य मण्डल चलाने वाले ब्लागरों की क्या कमी है?Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-11848334706455817082008-09-06T20:38:00.000+05:302008-09-06T20:38:00.000+05:30अपने अज्ञान को अपना यू एस पी बनाकर धौंस की तरह इस्...अपने अज्ञान को अपना यू एस पी बनाकर धौंस की तरह इस्तेमाल करने वालों की टिप्पणियां यहां नहीं फब रहीं गीत भाई!<BR/><BR/>बढ़िया उम्दा काम है सदा की तरह!Ashok Pandehttps://www.blogger.com/profile/03581812032169531479noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-80170272760159348292008-09-04T17:21:00.000+05:302008-09-04T17:21:00.000+05:30ये बेनामी मूर्ख भी है और धूर्त भी. कवितायें पढने क...ये बेनामी मूर्ख भी है और धूर्त भी. कवितायें पढने के बाद टिप्पणियां खोली तो इस अहमक ने सारी बेचैनी को बेमजा कर दिया. और हाँ बुक फेयर में हंगरी कवितायें वालीं दो किताबें थी. एक मैं पहले दिन ले आया था. आज आपके लिए लेने गया तो पता चला वो बिक गयी. बताया गया आउट ऑफ़ प्रिंट हो गयी है. हालाँकि ये वादा भी किया कि दफ्तर में शायद एक-दो कॉपी मिल जायें. आप अपना पता मेल कर दीजिये. किताब मिली ठीक, वरना मैं अपने वाली कॉपी भेज दूँगा. सुपात्र के पास रहेगीEk ziddi dhunhttps://www.blogger.com/profile/05414056006358482570noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-21885305866146265842008-09-03T21:23:00.000+05:302008-09-03T21:23:00.000+05:30हिंदी की कविताएं पढने के लिए ब्लॉग की दुनियां में ...हिंदी की कविताएं पढने के लिए ब्लॉग की दुनियां में कई ठिकाने हैं लेकिन विदेशी कविताए वो भी स्तरीय अनुवाद के रूप में गिनी-चुनी जगहों पर ही उपलब्ध हैं और गीत का ब्लॉग उनमें से एक है। अनुवाद जैसे श्रमसाध्य काम के जरिए गीत हमें अनजानी संस्कृतियों की बानगियां दिखा रहे हैं तो बजाय धन्यवाद के शिकायत करना मेरे ख्याल से ज्यादती है उनके साथ। बहरहाल मेरी ओर से धन्यवाद स्वीकार करें हमेशा की तरह एक और बढिया पोस्ट के लिए।दीपा पाठकhttps://www.blogger.com/profile/12130328147834660274noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-12559777321340506922008-09-02T12:24:00.000+05:302008-09-02T12:24:00.000+05:30गीत, इन अज्ञातनामधारियों की बातों पर ध्यान दोगे तो...गीत, इन अज्ञातनामधारियों की बातों पर ध्यान दोगे तो हमारे लिए अच्छी अनूदित चीजें नहीं दे पाअोगे। <BR/>मैंने इस जापानी कवयित्री की ये कविताएं पहली बार पढ़ीं और उसका भरपूर आस्वाद लिया। सभी कविताएं दोबारा-तिबारा पढ़ीं। <BR/>तुम्हें बधाई और शुभकामनाएं।ravindra vyashttps://www.blogger.com/profile/14064584813872136888noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-59438275402587710632008-09-01T23:35:00.000+05:302008-09-01T23:35:00.000+05:30अनुवाद के ज़रिये ही सही देश विदेश की अच्छी कवितायें...अनुवाद के ज़रिये ही सही देश विदेश की अच्छी कवितायें पढने को मिलती रहती हैं. यह तो अच्छा हुआ कि आपने विदेशी कवियों पर भी ध्यान दिया. आपके प्रयास से हम लाभान्वित हुवे. अनुदित कविता में एक लय दीखी जिसके आधार पर कह सकता हूँ कि अनुवाद बहुत अच्छा हुआ है. इसके लिए बधाई. आशा करता हूँ कि भविष्य में भी कई विदेशी कवियों की कविताओं से आप हमें परिचित कराएँगे. <BR/>तुषार धवलTushar Dhawal Singhhttps://www.blogger.com/profile/14406424952152408211noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-80960139446199837732008-09-01T19:15:00.000+05:302008-09-01T19:15:00.000+05:30sir :: kawitaaein jitnee sundar hain utna hee vaza...sir :: kawitaaein jitnee sundar hain utna hee vazandaar aapka anuvaad. dono ne apnii gahrii chaap chodii hain.<BR/>piyush daiyaAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-20802906052339829202008-09-01T00:51:00.000+05:302008-09-01T00:51:00.000+05:30शुक्रिया बेनामी जी. राजेश जोशी की ये पंक्तियां मुझ...शुक्रिया बेनामी जी. राजेश जोशी की ये पंक्तियां मुझे बहुत प्रिय हैं. हिंदी कविताएं भी पढ़ूंगा, आप कवियों की लिस्ट भेज दीजिए.Geet Chaturvedihttps://www.blogger.com/profile/14811288029092583963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-30877065995521385772008-08-31T21:41:00.000+05:302008-08-31T21:41:00.000+05:30maine inki kavitayen purwagrah men padhi thi...som...maine inki kavitayen purwagrah men padhi thi...somdattji ke anuwad men...yahan kuch aur kavitayen padhkar khushi hui...anurag vatshttps://www.blogger.com/profile/06840124673778359435noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-77490338662672640552008-08-31T18:08:00.000+05:302008-08-31T18:08:00.000+05:30वह टालेगासमकालीनों पर नहीं देगा अपनी रायविदेशी कवि...वह टालेगा<BR/>समकालीनों पर नहीं देगा अपनी राय<BR/>विदेशी कवियों के बारे में बताएगा हर वक्त<BR/><BR/>Kisee Kavi ne Aap Jaison Ke Liye Hi Kaha ThaAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-48760568213396639452008-08-31T18:04:00.000+05:302008-08-31T18:04:00.000+05:30Videshi Se Fursat Milay Toh Kabhee Hindi Kavita Bh...Videshi Se Fursat Milay Toh Kabhee Hindi Kavita Bhi Padh Liya KariyeAnonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-51033763033899731752008-08-31T14:43:00.000+05:302008-08-31T14:43:00.000+05:30प्रेम को परिभाषित करतीआखिरी कविता ने तोता रटंतज़िंद...प्रेम को परिभाषित करती<BR/>आखिरी कविता ने तोता रटंत<BR/>ज़िंदगी के नासमझ दोहराव का <BR/>खुलासा कुछ इस तरह किया है कि<BR/>कहना ही पड़ेगा....वाह !.....शुक्रिया.<BR/>==============================<BR/>डॉ.चन्द्रकुमार jainDr. Chandra Kumar Jainhttps://www.blogger.com/profile/02585134472703241090noreply@blogger.com