tag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post4517723168180301052..comments2023-08-07T20:16:34.743+05:30Comments on वैतागवाड़ी: उसका आना तय था बहुत पहले सेGeet Chaturvedihttp://www.blogger.com/profile/14811288029092583963noreply@blogger.comBlogger12125tag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-39293064984787321042010-12-24T15:59:25.818+05:302010-12-24T15:59:25.818+05:30बहुत बढ़िया अंश का चयन किया है आपने ।बहुत बढ़िया अंश का चयन किया है आपने ।शरद कोकासhttps://www.blogger.com/profile/09435360513561915427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-58984413425668967982010-12-18T22:01:52.932+05:302010-12-18T22:01:52.932+05:30कहानी अंश पढ़ कर लगा जैसे कहीं से ताजा फूलों की खु...कहानी अंश पढ़ कर लगा जैसे कहीं से ताजा फूलों की खुशबू आई।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-13952496451138402632010-12-08T09:37:22.464+05:302010-12-08T09:37:22.464+05:30... prasanshaneey post !!!... prasanshaneey post !!!कडुवासचhttps://www.blogger.com/profile/04229134308922311914noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-22768265544528214122010-12-05T22:16:11.369+05:302010-12-05T22:16:11.369+05:30एक डॉट यानी फुल स्टॉप
तीन बार डॉट डॉट डॉट यानी
चीज...एक डॉट यानी फुल स्टॉप<br />तीन बार डॉट डॉट डॉट यानी<br />चीज़ें अभी खत्म नहीं हुईं<br />जिंदगी जारी है<br /><br />____________________<br /><br />रोचक है...<br /><br />काश पूरी कहानी मिल जाए....प्रदीप कांतhttps://www.blogger.com/profile/09173096601282107637noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-47087419871971031082010-12-05T09:58:18.364+05:302010-12-05T09:58:18.364+05:30गीत जी,
कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जिनमे गुंथी सी ...गीत जी,<br />कुछ कहानियां ऐसी होती हैं जिनमे गुंथी सी काव्यात्मकता लगती हैं ,ज्यूँ सर्द -पौष की मखमली घांस पर खिलखिलाती गुनगुनी धुप का खूबसूरत अहसास .....-.कहानी से कविता और ...फिर कहानी के अर्थों के झोकों में कब खत्म हो जाती है ,(कई डॉट्स की प्रतीक्षा लिए)पता ही नहीं चलता!...आपकी कहानी पहली बार पढ़ी एक उपलब्धि की तरह!<br />वंदना .वंदना शुक्लाhttps://www.blogger.com/profile/16964614850887573213noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-14194816346610540752010-12-02T22:54:24.977+05:302010-12-02T22:54:24.977+05:30अगले लेख की प्रतीक्षा mein..अगले लेख की प्रतीक्षा mein..anilhttp://www.madhyapradesh.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-19650864819694616992010-12-02T22:54:20.913+05:302010-12-02T22:54:20.913+05:30अगले लेख की प्रतीक्षा mein..अगले लेख की प्रतीक्षा mein..anilhttp://www.madhyapradesh.blogspot.comnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-68132015228986631922010-12-01T11:57:12.776+05:302010-12-01T11:57:12.776+05:30शुक्रिया पूरी कहानी के लिए !!शुक्रिया पूरी कहानी के लिए !!डॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-21955478223294736252010-11-30T07:11:20.652+05:302010-11-30T07:11:20.652+05:30गीत जी,
मैं भी बहुत दिन से यही बात कुछ लोगो से कह...गीत जी, <br />मैं भी बहुत दिन से यही बात कुछ लोगो से कहना चाहता था| कुछ लिखने वालों के पोस्ट की लम्बाई नहीं देखी जाती| ऐसा नहीं कि पोस्ट का एंड पहले देख लिया, अंदाजा लगा लिया कि हाँ दो-तीन मिनट लगेंगे, और फिर पढना शुरू किया| आपको पढने वाले शुरू से ही शुरुआत करते हैं, इसलिए लम्बाई की ओर ध्यान नहीं जाता|Neerajhttps://www.blogger.com/profile/11989753569572980410noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-89684290624654794702010-11-30T00:16:26.037+05:302010-11-30T00:16:26.037+05:30शुक्रिया अनुराग जी.
हर सज़ा मंज़ूर है. :-)शुक्रिया अनुराग जी. <br />हर सज़ा मंज़ूर है. :-)Geet Chaturvedihttps://www.blogger.com/profile/14811288029092583963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-61006500574910411262010-11-29T19:26:09.071+05:302010-11-29T19:26:09.071+05:30जुल्म है अंश देना ...कोई सजा तय होनी चाहिए ....ताक...जुल्म है अंश देना ...कोई सजा तय होनी चाहिए ....ताकि पूरी कहानी दिया करे लिखने वाला ......<br /><br />गीत जी दरअसल ब्लोगों में एक भ्रम ये भी है के लम्बी पोस्ट ना लिखो पाठक इतनी तवज्जो नहीं देता .पर सच मानिये कुछ लिखने वालो के पाठक भी उनके माफिक ही होते है डूब के पढने वाले ......सो आप कितना लम्बा लिखिये या बांटिये ...वैसा ही पुरजोर असर रखेगाडॉ .अनुरागhttps://www.blogger.com/profile/02191025429540788272noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-782640702921363295.post-86302631397944427732010-11-29T17:26:16.422+05:302010-11-29T17:26:16.422+05:30गीत जी- कोई उपाय पूरी कहानी पाने का?गीत जी- कोई उपाय पूरी कहानी पाने का?Anand Kumar Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/03012759931145541293noreply@blogger.com