यह नया है. सबद की सालगिरह पर बना है.
यह 'सबद पोएट्री फिल्म' है. इसमें मेरी सात कविताएं हैं. अपनी कविता पर एक छोटा-सा वक्तव्य है. बहुत सारी जि़ंदा तस्वीरें हैं और चुनिंदा संगीत है. कहना न होगा, बिना किसी संसाधन के यह काम हुआ है.
यह एक छोटी-सी कोशिश है. सबद पर प्रकाशित-प्रसारित हुई है. इस लिंक पर देखें.
सबद पोएट्री फिल्म : गीत चतुर्वेदी
या सीधे यू-ट्यूब पर ही देख लें.
6 comments:
बेहतरीन फिल्म..पोएट्री पर ऐसा हिंदी में कभी कुछ नहीं देखा..इस फिल्म को देखना कविता के भीतर यात्रा करने जैसा है.इस यात्रा में कविता तस्वीरें बन कर आंखों में तैरती है, संगीत बन कर मन के भीतर बजती है और आवाज़ शब्द-शब्द बरसती है..
just beautiful.................
congrats.
anu
तारीफ ऐसे ब्लॉग की होती है ... मुझसे संपर्क करें rasprabha@gmail.com पर
http://kuchmerinazarse.blogspot.in/2012/05/blog-post_25.html
बहुत ही बढि़या ... आभार ।
अच्छी कविताअओं का एक अलग अन्दाज़ में प्रस्तुतिकरण
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