Tuesday, November 9, 2010

कैट्स इन द क्रैडल





लिखने कुछ और बैठा था, लेकिन मन इस पुराने गाने में अटक गया है. कुछ गाने लगातार आपके साथी बन जाते हैं, कुछ धुनें भी. वे आपके भीतर इस क़दर बस जाती हैं कि कब आपके मुंह से निकल पड़ें, आपको अंदाज़ा भी नहीं होता. कई बार आपकी पहचान भी उसी धुन से ही बन जाती है. वह उस धुन में ऐसे खो जाता है कि कब उस धुन को फेरबदल कर अपनी धुन बना लेता है, उसे भी नहीं पता चलता. जैसे मैंने अपने पिताजी को आज तक सिर्फ़ एक ही गाना गुनगुनाते हुए सुना है- मुबारक बेगम का 'कभी तनहाइयों में यूं हमारी याद आएगी'. वह अब भी जब तल्‍लीन होकर कुछ कर रहे होते हैं, तो यही गुनगुनाते हैं. मैंने कई बार पूछा है कि वे किसकी तनहाइयों में जाकर अपनी याद दिला आना चाहते हैं, हमेशा की तरह वह हा-हा-हा कर देते हैं. वह बहुत अच्‍छी बांसुरी बजाते हैं, तबला बजाते हैं, माउथ ऑर्गन भी. हैं कहूं या था, क्‍योंकि आखि़री बार उनसे यह सब सुने हुए भी दस से ज़्यादा साल होने को आए. किसी ज़माने में सितार पर उनका अच्‍छा हाथ था, यह भी जानने वालों से ही सुना है, उन्‍हें बजाते हुए नहीं सुना. वह संगीत में डूबे हुए धुनी इंसान थे, पर अब गाने की (या किसी भी कि़स्‍म की) ज़रा-सी ऊंची आवाज़ भी उनका ब्‍लडप्रेशर बढ़ा देती है. फिर भी कभी-कभार मुबारक बेगम उनके होंठों पर आ जाती है. कितना अचरज भरा लगता है कि एक इंसान किसी एक धुन के सहारे, एक गीत के सहारे अपना ज़्यादातर जीवन गुज़ार दे.

मुबारक बेगम का वह गीत कब मेरे भी पसंदीदा गीतों में शामिल हो गया, मुझे नहीं पता. यहां उसका चर्चा तो पिताजी के संदर्भ में आ गया, उस गीत को याद करने का काम मेरे दोस्‍तों राजकुमार केसवानी और यूनुस ख़ान के जि़म्‍मे, पर जिस गीत में मेरा मन अटका हुआ है, वह है अग्‍ली किड जो का कैट्स इन द क्रैडल. 1992 में जब अमेरिकाज़ लीस्‍ट वांटेड रिलीज हुआ था और इसके दो गाने बिजी़ बी और कैट्स इन द क्रैडल ने एमटीवी पर धूम मचा दी थी, तो मैंने ठाणे पश्चिम में स्‍टेशन से बिल्‍कुल लगी हुई, म्‍यूजि़क की उस समय की सबसे बड़ी दुकान, गणेशा म्‍यूजि़क सेंटर से तुरंत यह कैसेट ख़रीदा था. क़ीमत थी 95 रुपए. अब वह कैसेट मेरे पास नहीं है, लेकिन उसका कवर, उसकी मोटाई, उसे सुनते समय हुए अनुभव और उसके गानों के शब्‍द अब तक याद हैं. और 'कैट्स इन द क्रैडल' तो अब तक का साथी बना हुआ है. 

यह गाना ओरिजिनली अग्‍ली किड जो  का नहीं है, हैरी चैपिन का है. बहुत समय बाद जाकर यू-ट्यूब पर चैपिन वाला वर्शन सुना, लेकिन मैं दुनिया के उन बहुतेरे लोगों में शुमार हूं, जो यह मानते हैं कि किड्स ने चैपिन के सुंदर गाने को और सुंदर बना दिया. उसे एकदम से नया कर दिया. शायद मेरे ऐसा मानने के पीछे यह कारण हो कि मैंने बहुत लंबे समय तक सिर्फ़ किड्स वाला वर्शन ही सुना था और मेरे दिल के क़रीब वो ज़्यादा है. दिल तो दिल है, क़ुरबत बिना किसी शर्त के कर लेता है. यह एक पिता की तरफ़ से गाया गया गाना है, जो अपने बेटे को समय नहीं दे पाता. और एक दिन पाता है कि अब बेटा भी उसे समय नहीं दे पाता. 

मेरे पिताजी ने मुझे भरपूर समय दिया, भरपूर प्‍यार दिया, लेकिन फिर भी इसे सुनते हुए हर बार उनकी याद आ जाती है. यह गाना आप ही के लिए, डैड! 



Cats in the cradle
Ugly Kid Joe

My child arrived just the other day
came to the world in the usual way
but there were planes to catch
and bills to pay
he learned to walk while I was away
he was talking for a minute
and as he grew
he'd say I'm gonna be like you Dad
you know I'm gonna be like you

And the cats in the cradle
and the silver spoon
little boy blue and the
man on the moon
when you comin' home Dad
I don't know when
we'll get together then
you know we'll have
a good time then

Well my son turned ten
just the other day
he said thanks for the ball Dad
come on let's play
can you teach me to throw
I said not today - I got a lot to do
he said that's o.k.
and he walked away and he
smiled and he said
you know I'm gonna be like him yeah
you know I'm gonna be like him

And the cats in the cradle ...

Well he came from college
just the other day
so much like a man I just had to say
I'm proud of you could you
sit for a while
he shook his head
and he said with a smile
what I'd really like Dad
is to borrow the car keys
see you later can I have them please

And the cats in the cradle ...

I've long since retired
my son's moved away
I called him up just the other day
I'd like to see you if you don't mind
he said
I'd love to Dad
if I could find the time
you see my new job's hassle
and the kids have the flu
but it's sure nice talking to you Dad
it's been sure nice talking to you
and as I hung up the phone
I occured to me
he'd grown up just like me
my boy was just like me

And the cats in the cradle ...

And the cats in the cradle ...


6 comments:

jitendra suman said...

nice song,Coetzee in his novel disgrace made a very amusing observation about the role of sound in human life. yours fathers fascination with Begums song is really interesting and the question how we remain attached to certain melody throughout our life.

निर्मला कपिला said...

शानदार प्रस्तुति। धन्यवाद।

देवेन्द्र पाण्डेय said...

आपके ब्लॉग पर आकर हमेशा खुशी मिलती है। कुछ सीखने, कुछ जानने का अवसर मिलता है।

डॉ .अनुराग said...

अजीब इत्तेफाक है सुबह से पिता पर तीसरी पोस्ट पढ़ रहा हूँ ......वैसे इस बात से सहमत हूँ.....किड्स ने चैपिन के सुंदर गाने को और सुंदर बना दिया है...

कुमार अम्‍बुज said...

गीत,यह सुंदर है, भावना से भरपूर।

abcd said...

Look at EQ scoring over IQ...
again.....
as always.....